Who will be on top of medal table at Tokyo Olympics?

Who will be on top of medal table at Tokyo Olympics?
टोकियो में कौन रहेगा सुपर पावर – अमेरिका या चीन…या और कोई?
 
वैसे तो इस तरह का अनुमान या भविष्यवाणी बड़ी मुश्किल होती है पर खेलों की दुनिया में जो नज़ारा पिछले ओलंपिक के बाद से देखा गया, उसे आधार बनाएं तो कुछ तो अनुमान लगा ही सकते हैं। जानकार कह रहे हैं कि कोविड 19 महामारी के कारण, टोकियो अब तक के सबसे अप्रत्याशित ओलंपिक होने की संभावना है। जिस तरह 2021 में खेलों की दुनिया में नए नए वर्ल्ड रिकॉर्ड की भरमार रही है – उसे देखते हुए ये कह सकते हैं कि कुछ भी हो सकता है।
  
भले ही अमेरिका ने टोकियो में पहले दिन कोई मैडल नहीं जीता (1972 के बाद पहली बार ऐसा हुआ) एक बार फिर अमेरिका के ही टोकियो में सबसे ज्यादा मैडल जीतने की उम्मीद है। ऐसा ही हुआ तो ये लगातार सातवें समर ओलंपिक होंगे जिनमें अमेरिकी टीम मैडल टेबल में टॉप पर होगी।
 
2016 रियो में 70 मैडल तक पहुँचने के बावजूद, चीन के लगातार तीसरे समर ओलंपिक में मैडल टेबल पर दूसरे नंबर पर वापसी करने की उम्मीद है। रूसी ओलंपिक के बैनर तले , टोकियो मैडल टेबल में तीसरे नंबर पर आ सकते हैं।जापान को मेजबान होने और घरेलू समर्थन का फायदा मिलना चाहिए – इसीलिए जापान को अपने रियो 2016 मैडल में 40 प्रतिशत तक के सुधार की उम्मीद है। तब भी वे चीन को दूसरे नंबर पर आने के लिए वास्तव में चुनौती नहीं दे पाएंगे। नीदरलैंडस भी कई नेशनल ओलंपिक कमेटी का ग्रुप है – उनसे अपने 2016 की मैडल गिनती में ख़ास सुधार की उम्मीद कर सकते हैं।
 
टॉप 10 को एक और नज़रिए से देखते हैं : 
 
1. संयुक्त राज्य अमेरिका : टोकियो में उम्मीद : 114 मैडल, 2016: 121 मैडल। टॉप पर आने के जोरदार दावेदार पर टोकियो में मैडल कम। ये मैडल 29 अलग-अलग खेलों में आने चाहिए –  ऐसा ही हुआ तो सोवियत संघ 1980, संयुक्त राज्य 2016 के ओलंपिक रिकॉर्ड को तोड़ देंगे।

2. चीन : टोकियो में उम्मीद : 85  मैडल, 2016: 70  मैडल। इस बार बड़े सुधार की उम्मीद है। लगभग तय है कि चीन 2016 की तुलना में  इस बार बेहतर प्रदर्शन करेगा। चीनी टीम 23 खेलों में मैडल जीतने का अनुमान लगा रही है – उनका अपना रिकॉर्ड 2008 ओलंपिक में 26 खेलों में मैडल का है।
3. रूसी ओलंपिक कमेटी : टोकियो में उम्मीद : 73 मैडल, 2016: 56  मैडल। रियो 2016 के बाद के नतीजे बताते हैं कि मिलकर 70 से ज्यादा मैडल जीत सकते हैं।

4. जापान:  टोकियो में उम्मीद : 59 मैडल, 2016: 41 मैडल। 2016 में रियो ओलंपिक में रिकॉर्ड-तोड़ 41 मैडल जीते – इस बार इस रिकॉर्ड को और सुधार सकते हैं।
5. नीदरलैंडस : टोकियो में उम्मीद : 46 मैडल , 2016:19 मैडल। अब तक का सर्वश्रेष्ठ डच प्रदर्शन सिडनी 2000 (25 मैडल) था। टोकियो में इस रिकॉर्ड को सुधारने के पूरे आसार – ख़ास तौर पर साइकिलिंग – ट्रैक,साइकिलिंग – रोड और नौकायन में पहले से ज्यादा मैडल की उम्मीद।6. फ्रांस:  टोकियो में उम्मीद : 41 मैडल, 2016: 42 मैडल। 2016 के बराबर मैडल जीतने वाला प्रदर्शन करना चाहिए। अगर फिर से 40 या ज्यादा मैडल जीतता है, तो पांचवीं बार फ्रांसीसी टीम 40+ मैडल जीतेगी – इनमें से तीन बार 2008 और 2016 के बीच।

 

7.  ऑस्ट्रेलिया : टोकियो में उम्मीद : 40 मैडल, 2016:29  मैडल। पिछले दो समर ओलंपिक में प्रदर्शन में गिरावट ख़ास तौर पर तैराकी में कम मैडल जीतने जीतने के कारण थी। मैडल टेबल में टॉप 5 के लिए चुनौती देनी है, तो तैराकी में सफलता 2000 से 2008 तक जैसी पानी होगी ।

 

8. ग्रेट ब्रिटेन : टोकियो में उम्मीद : 36 मैडल, 2016: 67  मैडल। टोकियो में मैडल की गिरावट का अनुमान साइकिलिंग – ट्रैक, जिम्नास्टिक – कलात्मक और अन्य प्रतियोगिताओं के बीच रोइंग में कम उम्मीद के कारण है। 2016 में, इन तीन खेलों में लगभग एक तिहाई ब्रिटिश मैडल (22) थे। 2021 में, ये खेल सिर्फ पांच मैडल दिला सकते हैं।

9. जर्मनी : टोकियो में उम्मीद : 34 मैडल, 2016:42  मैडल।
1990 में यूनिटी के बाद पहले चार समर खेलों में जर्मन टीम टॉप तीन में रही। तब से चीन (2000 से), ऑस्ट्रेलिया (2000 से 2008) और ग्रेट ब्रिटेन (2008 – 2016) उनसे आगे निकल गए हैं। 2008 को छोड़कर, जर्मनी मैडल टेबल में टॉप 5 में था लेकिन इस बार इसे हासिल करने के लिए उन्हें 40 से ज्यादा मैडल की जरूरत होगी।
 
10. इटली : टोकियो में उम्मीद : 33 मैडल, 2016: 28 मैडल। तलवारबाजी और तैराकी से संभावित मैडल के साथ इटली को टोकियो में मैडल प्रदर्शन में सुधार की उम्मीद है। ओलंपिक में कराटे को शामिल करने से भी इटली को मदद मिलेगी क्योंकि उनके दो खिलाड़ी इस खेल में मैडल विजेता हो सकते हैं।
– चरनपाल सिंह सोबती
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