Daughter of Bus Conductor now qualifies for Tokyo Walk Race…
बस कंडक्टर की बेटी जिसे जिमनास्ट की ट्रेनिंग मिली , बनना चाहती थी फैशन डिज़ाइनर और अब टोकियो ओलंपिक के लिए वॉक रेस में क्वालीफाई किया रांची में नेशनल ओपन रेस वॉकिंग चैंपियनशिप में तीन भारतीय वॉकर्स ने 20 किमी इवेंट में अगले टोकियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया। इनमें से एक प्रियंका गोस्वामी ने नेशनल रिकॉर्ड भी बनाया। 24 साल की प्रियंका (मेरठ ,उत्तर प्रदेश) ने 1 घंटा 28 मिनट और 45 सेकंड का समय निकाला। महिलाओं की 20 किमी वॉक रेस के लिए टोकियो ओलंपिक क्वालीफाइंग मार्क 1:31:00 है। इसी इवेंट में महिलाओं में भावना जाट पहले ही क्वालीफाई कर चुकी थीं। प्रियंका ने साथ ही USA में यूजीन में होने वाली 2022 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए भी क्वालीफाई किया। रांची की नेशनल ओपन रेस वॉकिंग चैंपियनशिप कोविड -19 लॉकडाउन के बाद भारत में पहली बड़ी एथलेटिक्स चैंपियनशिप थी । प्रियंका गोस्वामी वह नाम है जिसका ग्राफ लगातार ऊपर जा रहा है। प्रियंका ने रांची में भावना जाट का पि ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करते ही मानो उन के कंधे से बहुत बड़ा बोझ उतर गया हो। वह 2019 से संदीप के साथ बेंगलुरु में नेशनल कोच गुरमीत सिंह से ट्रेनिंग ले रही हैं। लॉक डाउन के बाद सबसे पहले तो वजन कम करना पड़ा – 49 किलो से 44 किलो तक। मेरठ (जनवरी, 2011) में एक डिस्ट्रिक्ट लेवल की ट्रैक एंड फील्ड इवेंट में एक बैग जीतने से ‘ जिद’ के सा तय किया कि कुछ करना है।अलग अलग इवेंट में हारने के बाद, कोच बी के वाजपेयी और गौरव त्यागी ने रेस वॉकिंग में हिस्सा लेने के लिए कहा और पहली रेस में ही तीसरे नंबर पर रही। बाद में जूनियर नेशनल लेवल वॉक रेसिंग में मेरठ के लिए गोल्ड और सिल्वर जीता। स्पोर्ट्स कोटे की बदौलत मार्च 2018 में रेलवे में नौकरी मिली और उसके बाद से प्रियंका ने मुड़कर नहीं देखा है।2017-2018 में नेशनल स्तर पर दो सिल्वर जीते। आल इंडिया रेलवे मुकाबलों (2018) में गोल्ड जीता और इटली (रोम) में वर्ल्ड वॉक चैम्पियनशिप और जापान में एशियन वॉक चैम्पियनशिप में हिस्सा लिया। एक और मजेदार बात ये है कि जब तक वे क्लास 8 में पढ़ रही थीं, उन्हें जिमनास्ट के तौर पर तैयार किया जा रहा था।12 साल की उम्र में ट्रैक की ओर झुकाव हुआ। कई बार नाकामयाब पर हार नहीं मानी। स्कूल (सेठ बीके माहेश्वरी इंटर कॉलेज, मेरठ ) ने भी हौसला बढ़ाया – हफ्ते में एक बार क्लास में आने की छूट दे दी ताकि अच्छी ट्रेनिंग ले सके। सिर्फ एथलेटिक्स ट्रैक ही नहीं, प्रियंका के साथ जुडी कुछ और मजेदार बातें भी हैं जो उन्हें बिलकुल अलग बना देती हैं। देखिए : * प्रियंका कैंपर्स के बीच बड़ी लोकप्रिय हैं और इंस्टाग्राम पर उनके 11,100+ फॉलोअर्स हैं। * प्रियंका का दूसरा प्यार फैशन और कपड़े हैं और माँ उन की गुरु है इस मामले में।वे कहती हैं – ‘मैं फैशन डिजाइनर बनना चाहती थी लेकिन ऐसा हो नहीं पाया।” ये प्यार वैसे आज भी कायम है और अब उनकी माँ उन्हें नए नए फैशन डिजाइन के बारे में बताती रहती हैं।वह टेलीविजन देखती हैं और सीखती हैं। * वह उन लोगों में नहीं जो कैमरे से बचने की कोशिश करते हैं – वह तो इवेंट के दौरान भी फोटो खिंचवाने के लिए तैयार रहती है। प्रियंका पढ़ाई में ठीक ठीक थी – हाईस्कूल में 72% और इंटरमीडिएट में 58% नंबर आए।पिता, मदन गोस्वामी, यूपीएसआरटीसी में कॉन्ट्रेक्ट पर बस कंडक्टर हैं। मूल रूप से मुजफ्फरनगर के सगड़ी गांव की प्रियंका अब मेरठ में रहती हैं। उनके भाई कपिल गोस्वामी (22) बॉक्सर हैं, जिन्हें घर की खराब हालत की वजह से दिल्ली में एक प्राइवेट नौकरी करनी पड़ी। – चरनपाल सिंह सोबती
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