हर दायरा अब तोड़ने के लिए तैयार हैं
रावलपिंडी में पाकिस्तान और जिम्बाब्वे के बीच ओडीआई सीरीज के दौरान एक बड़ी ख़ास बात हुई।भूतपूर्व पाकिस्तानी महिला क्रिकेटर उरूज़ मुमताज ने टेलीविज़न पर कमेंट्री की।35 साल की मुमताज़ पैनल में एलन विल्किंस (इंग्लैंड),बाजिद खान,रमीज़ राजा,वसीम अकरम (सभी पाकिस्तान) और टिनो मावो (ज़िम्बाब्वे) के साथ थीं।जहाँ एक तरफ ये मुमताज़ के लिए उपलब्धि है वहीं पाकिस्तानी महिला क्रिकेटरों के अपनी भूमिका का दायरा तोड़ने की एक और मिसाल भी।पुरुष क्रिकेट में अंपायर बनना अगर उनके लिए कम था तो ये किसी से कम बात नहीं।
मुमताज ने कहा, “क्रिकेट कमेंट्री जाहिर तौर पर पुरुषों का मंच बना हुआ था,लेकिन अब हम महिला कमेंटेटरों मेल जोन्स और ईसा गुहा को कई बड़े क्रिकेटरों के साथ माइक साझा करते देखते हैं।” पुरुष इंटरनेशनल क्रिकेट में कमेंट्री करने का उनका पहला अनुभव इस साल के शुरू में बांग्लादेश (दूसरा टी 20 आई) के खिलाफ था। उस प्रयोग की कामयाबी के बाद ही तो ये मौका मिला।
भारत में ये शुरूआत पहले ही हो गई थी। हो सकता कुछ जानकार कहें कि आईपीएल में महिला स्पोर्ट्स एंकर को लाना आईपीएल का ग्लैमर बढ़ाने की कोशिश था पर सच ये है इन सब सालों में इन महिला स्पोर्ट्स एंकर ने साबित कर दिया है कि वे अपने काम में माहिर हैं।आईपीएल 2020 में मयंती लैंगर ड्यूटी पर नहीं हैं (बच्चे के जन्म की वजह से) पर सुरेन सुंदरम, किरा नारायणन, सुहेल चंढोक, नशप्रीत कौर,संजना गणेशन, जतिन सप्रू और तान्या पुरोहित एंकर हैं तो अंजुम चोपड़ा और लिसा स्थेलेकर कमेंटेटर पैनल में।
इसी संदर्भ में एक और नाम का जिक्र बहुत जरूरी है।ये हैं राजस्थान रॉयल्स की फिजियो अनुजा दलवी पंडित।वे इस समय क्रिकेट में अकेली भारतीय महिला फिजियो हैं। 34 वर्षीय अनुजा दलवी ने राजस्थान रॉयल्स टीम और आईपीएल में एकमात्र महिला फिजियो के रूप में अपनी जगह बनाई और इस दायरे को तोड़ा कि सिर्फ पुरुष ही पुरुष टीम के साथ फिजियो के तौर पर काम कर सकते हैं। जॉन ग्लॉस्टर और एंड्रयू लिपस जैसे कामयाब फिजियो के नक्शेकदम पर चलते हुए अनुजा क्रिकेट में आईं।प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी ऑफ़ साउथ ऑस्ट्रेलिया से डिग्री (मस्कुलोस्केलेटल एंड स्पोर्ट्स फिजियोथेरेपी) ली।इसके अलावा, बड़े इंस्टिट्यूट मुंबई के केईएम अस्पताल में जीएस मेडिकल कॉलेज और एडिलेड में यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल में ट्रेनिंग ली।वे जॉन ग्लॉस्टर को अपना गुरु कहती हैं और मेंटोर भी। निरंजन पंडित,जो भारतीय क्रिकेट में भी एक बहुत ही जाना पहचाना नाम है,अनुजा के पति हैं और जॉन ग्लस्टर के साथ राजस्थान रॉयल्स में काम करते हैं। अनुजा और निरंजन पंडित मिलकर मुंबई में लाइवएक्टिव फिजियोथेरेपी और स्पोर्ट्स इंजरी क्लिनिक के नाम से दो सेंटर चलाते हैं। अनुजा बेंगलुरु में बीसीसीआई की नेशनल क्रिकेट एकेडमी के साथ-साथ बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के साथ भी काम कर चुकी हैं। फिर भी एक आईपीएल फ्रैंचाइज़ी के साथ काम करना बिलकुल अलग बात है और आईपीएल में टीम के खिलाड़ियों को फिट रखना कोई आसान चुनौती नहीं।वे प्रो कबड्डी लीग में भी काम कर चुकी हैं।क्रिकेट के अलावा, अनुजा ओलंपिक खेलों के साथ – इंटरनेशनल टेबल टेनिस फेडरेशन , बैडमिंटन, टेनिस, शूटिंग और जिम्नास्टिक में भी सक्रिय रूप से शामिल रही हैं।एक एनजीओ गो स्पोर्ट्स फाउंडेशन का भी हिस्सा हैं जो ओलंपिक और पैरा-ओलंपिक एथलीटों के साथ काम करती है।
ये सभी मिसाल और अधिक महिलाओं को ऐसा ही दायरा तोड़ने के लिए जरूर प्रेरित करेंगी।
– चरनपाल सिंह सोबती

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