हमारे बड़े बुज़ुर्ग कहते है की नसीब में जो होता है इंसान को उतना ही मिलता है और ये भी कहते है की यदि आपने कड़ी मेहनत की है तो वो मेहनत कभी बेकार नहीं जाती उसमे सफलता जरुर मिलती है, कुछ ऐसा ही हरियाणा के राहुल तेवातिया ने शारजहां में कर दिखाया। राहुल तेवतिया की एक ओवर में पांच छक्कों से सजी आतिशी पारी के दम पर राजस्थान रॉयल्स ने रविवार को यहां मयंक अग्रवाल के शतक से विशाल स्कोर खड़ा करने वाले किंग्स इलेवन पंजाब को चार विकेट से हराकर इंडियन प्रीमियर लीग में सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल करने का नया रिकॉर्ड बनाया। रॉयल्स के सामने 224 रन का लक्ष्य था। कप्तान स्टीव स्मिथ, संजू सैमसन और राहुल तेवतिया की शानदार पारियों के दम पर 19.3 ओवर में छह विकेट पर 226 रन बनाकर लक्ष्य हासिल कर लिया।
पहली 19 गेंद पर 8 रन बनाने वाले तेवतिया ने अगली 12 गेंद पर 45 रन जड़ दिए। तेवतिया ने इन बारह गेंदों पर 6,0,2,1,6,6,6,6,0,6,6,W का स्कोर बनाया। यानी कुल सात छक्के लगाए। 18वें ओवर में वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज शेल्डन कॉर्टेल के ओवर में उन्होंने पांच छक्के लगाए। इस ओवर ने मैच के सारे समीकरण ही बदल दिए थे। आखिरी ओवर में जीत की औपचारिकता टॉम करेन ने चौंका लगा कर पूरी की।
इस पारी ने तेवतिया को रातो रात स्टार बना दिया है, लेकिन ये सफर आसान नहीं था। राहुल तेवातिया का जन्म 20 मई 1993 को फरीदाबाद, हरियाणा में हुआ था। इनके पिताजी का नाम कृष्णपाल तेवातिया है जो पेशे से एक वकील है। राहुल ने 4 साल की उम्र से ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था, वह अपने गाँव में अपने दोस्तों के साथ क्रिकेट खेला करते थे। राहुल के इस खेल में रूचि देखते हुए उनके पिताजी ने उन्हें बल्लभगढ़ स्थित एक क्रिकेट अकादमी में भर्ती करा दिया। थोड़े समय उन्होंने वहां क्रिकेट सिखा उसके बाद उन्होंने पूर्व भारतीय क्रिकेटर विजय यादव की अकैडमी में अपना खेल आगे बढ़ाया। कहते है अच्छा शिष्य बनने के लिए आपको अच्छे गुरु भी चाहिए जो सही दिशा दिखा सके। कुछ ऐसा ही हुआ राहुल के साथ भी अच्छे गुरु के साथ से उनके खेल में बहुत निखार आ गया और इसी वजह से राहुल तेवातिया का सिलेक्शन हरियाणा की रणजी टीम में एक स्पिन गेंदबाज़ के तौर पर हो गया। राहुल तेवातिया 6 दिसम्बर 2013 को हरियाणा के लिए खेलते हुए कर्नाटक के खिलाफ फ़र्स्ट क्लास में डेब्यु किया।
राहुल तेवातिया को पहली बार राजस्थान रॉयल ने 2014 में खरीदा था, लेकिन मौके ज्यादा नहीं मिले। फिर 2017 में किंग्स इलेवन पंजाब ने उन्हें 25 लाख में खरीदा था, पर यहा भी खेलने के मौके कम ही मिले। केकेआर के विरूद्ध उन्होंने 2017 में ही एक मैच में गौतम गंभीर और रॉबिन उत्थपा जैसे बड़े खिलाड़ियों को आउट कर 3 विकेट लिए।
T20 में हमेशा बल्लेबाज़ो का बोल बाला रहता है पर राहुल तेवातिया एक ऐसे खिलाड़ी थे जिन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्राफी में 8 मैचो में कुल 13 विकेट लिए. इनका ये प्रदर्शन आईपीएल की नीलामी के ठीक पहले आया था, इसी वजह से 2018 आईपीएल की नीलामी में राहुल की बोली 10 लाख से शुरू होकर एक 3 करोड़ के आश्चर्यजनक पैकेज पर जाकर खत्म हुई। यह बोली दिल्ली डेयरडेविल्स ने उनको अपनी टीम में लेने के लिए लगाई थी। 2020 आईपीएल से पूर्व तेवतिया को दिल्ली से ट्रेड कर राजस्थान ने अपनी टीम में शामिल किया और यह उनके लिए मास्टर स्ट्रोक भी साबित हुआ।
युवराज सिंह भी तेवतिया के इस तेवर से दंग रह गए. तेवतिया लगातार चार गेंदों पर चार छक्के लगा चुके थे. अब पांचवीं गेंद की बारी थी, लेकिन इस गेंद पर तेवतिया चूक गए। तभी तो युवराज ने ट्विटर पर ट्वीट कर लिखा, ‘मिस्टर राहुल तेवतिया… ना भाई ना! एक गेंद मिस करने पर आपको धन्यवाद.’ दरअसल, उन्हें भी अपने 13 साल पुराने अपने छह छक्कों के रिकॉर्ड की बराबरी होती दिखी थी।
By Paramdeep Rathee